डॉ. रजनी शर्मा 'एक भारतीय आत्मा' माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म सन् 1889 में हुआ था। बाबई में जन्मे माखनलाल जी का जन्म का नाम मोहनलाल था। उनके पिता श्री नन्दलाल जी व्यवसाय से अध्यापक और स्वभाव से आधुनिक संस्कारों तथा सेवाभावी चरित्र के स्वामी थे। माखनलाल चतुर्वेदी को वैष्णव-संस्कार अपने पिता से ही प्राप्त हुए थे। माखनलाल चतुर्वेदी के जीवन पर उनकी माता जी का बहुत प्रभाव पड़ा था। उन्होंने अपनी माँ के विषय में स्वयं लिखा है -''मेरे जीवन की कोमलतर घड़ियों का आधार मेरी माँ है। मेरे छोटे से ऊँचे उठने में भी, फूला न समाने वाला तथा मेरी वेदना में व्याकुल हो उठने वाला, उस जैसा कोई नहीं।''1 माखनलाल चतुर्वेदी की माँ ममता, वात्सल्य, साहस, त्याग और मानव सुलभ आदर्श गुणों की प्रतिमूर्ति थी। माखनलाल जी को अपने पिता के साथ ही अपनी माँ से संकल्प-शक्ति, अन्याय का विरोध करने की भावना, संघर्ष से प्रेम और विपरीत परिस्थितियों में अदम्य साहस जैसे गुण प्राप्त हुए थे। माखनलाल जी अपने प्रारम्भिक जीवन में बहुत ही नटखट प्रवृत्ति के थे। बालसुलभ नटखट स्वभाव के कारण उनके पड़ोसी भी परेशान रहते थे। इ