-अमन कुमार 'त्यागी' पं. पद्मसिंह शर्मा का जन्म सन् 1876 ई. दिन रविवार फाल्गुन सुदी 12 संवत 1933 वि. चाँदपुर स्याऊ रेलवे स्टेशन से चार कोस उत्तर की ओर नायक नंगला नामक एक छोटे से गाँव में हुआ था। इनके पिता श्री उमराव सिंह गाँव के मुखिया, प्रतिष्ठित, परोपकारी एवं प्रभावशाली व्यक्ति थे। इनका एक छोटा भाई था जिसका नाम था श्री रिसाल सिंह। वे 1931 ई. पूर्व से ही मृतक हो गये थे। पं. पद्मसिंह शर्मा की तीन संतानें। इनमें से सबसे बड़ी बेटी थी आनंदी देवी, उनके सबसे छोटे बेटे का नाम श्री काशीनाथ था और सबसे छोटे बेटे का नाम मीरा शर्मा था। पं. पद्मसिंह शर्मा के पिता आर्य समाजी अलगाव के थे। स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रति उनकी अत्यंत श्रद्धा थी। इसी कारण उनकी रुचि विशेष रूप से संस्कृत की ओर हुई। अन्यत्र की कृपा से अन्यत्र कई स्थानों पर स्वतंत्र रूप से संस्कृत का अध्ययन किया गया। जब ये 10-11 साल के थे तो आपके पिताश्री से ही अक्षराभ्यास हुआ। फिर मकान पर कई पंडित गुरुओं ने संस्कृत में सारस्वत, कौमुदी, और रघुवंश आदि का अध्ययन किया और एक मौलवी साहब से उरबा व फ़्रज़ी की भी शिक्षा ली। सन् 1894 ई. कुछ...