इन्द्रदेव भारती आदमखोरों को सरकारी, अभिरक्षण वरदान है । अपने हिंदुस्तान का भैया अद्भुत......संविधान है । इंसां को गुलदार मारे, उसको पूरी शह यहाँ । गुलदार को इन्सान मारे, जेल जाना तय यहाँ । रोज बकरा यूँ बलि का बन रहा इन्सान है । अपने हिंदुस्तान का भैया अद्भुत......संविधान है । रोज जंगल कट रहे हैं, जब शहर के वास्ते । क्यूँ न जंगल ढूंढलें फिर खुद शहर के रास्ते इंसांं हो या हो हैवां, भूख का क्या विधान है । अपने इस जहान का, अज़ब ग़ज़ब विधान है ।